Smriti Mandhana पर्थ के वाका ग्राउंड में खेले गए तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने भारत महिला टीम को 83 रनों से हराकर सीरीज 3-0 से जीत ली। ऑस्ट्रेलिया ने एनाबेल सदरलैंड (110 रन, 95 गेंद) और एशले गार्डनर (50 रन) की मदद से 298/6 का स्कोर बनाया। भारत की ओर से अरुंधति रेड्डी ने 4 विकेट लिए। जवाब में स्मृति मंधाना के शानदार 105 रन के बावजूद भारत 215 रन पर ऑलआउट हो गई। एशले गार्डनर ने 5 विकेट चटकाए।

Smriti Mandhana
जवाब में, भारत ने स्मृति मंधाना की 109 गेंदों पर शानदार 105 रनों की पारी खेली, लेकिन टीम 45.1 ओवर में 215 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए एशले गार्डनर ने मैच को निर्णायक बनाने के लिए 5 विकेट चटकाए। ऑस्ट्रेलिया ने 83 रनों से जीत दर्ज की। पर्थ के वाका ग्राउंड में हुए तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने भारत महिला टीम को 83 रनों से हराकर श्रृंखला 3-0 से जीत ली। एनाबेल सदरलैंड ने 95 गेंदों पर 110 रन बनाए, जबकि एशले गार्डनर ने अर्धशतक लगाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 298/6 का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
भारत के लिए स्मृति मंधाना ने 109 गेंदों पर शानदार 105 रन बनाए, लेकिन उनके अलावा अन्य बल्लेबाज बड़ा योगदान नहीं दे सके। भारत की टीम 45.1 ओवर में 215 रन पर आउट हो गई। गार्डनर ने गेंद से भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया की जीत सुनिश्चित हो गई।
मुख्य बिंदु:
ऑस्ट्रेलिया महिला बल्लेबाज़ी:
एनाबेल सदरलैंड ने 110 रन (95 गेंद) की बेहतरीन शतकीय पारी खेली।
ताहलिया मैक्ग्रा ने 50 गेंदों पर 56* रन बनाए।
एशले गार्डनर ने 50 रनों का योगदान दिया।
अरुंधति रेड्डी ने 26 रन देकर 4 विकेट झटके।
भारत महिला बल्लेबाज़ी:
स्मृति मंधाना ने 109 गेंदों में शानदार 105 रन बनाए।
हालांकि, बाकी बल्लेबाज बड़े स्कोर का योगदान देने में असफल रहीं।
एशले गार्डनर ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट लिए।
इस जीत ने ऑस्ट्रेलिया को न केवल मैच बल्कि पूरी श्रृंखला में अपना दबदबा कायम रखने में मदद की। यह प्रदर्शन उनके बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सामंजस्य का परिणाम है।
दिसंबर 2024 IND-W बनाम AUS-W वनडे सीरीज़ में महत्वपूर्ण मील के पत्थर और प्रदर्शन देखने को मिले। एलिसे पेरी क्रिकेट इतिहास में 7,000 अंतर्राष्ट्रीय रन और 300 विकेट लेने वाली पहली महिला बनीं, और एक शीर्ष ऑलराउंडर के रूप में अपनी विरासत को मजबूत किया। उन्होंने 75 गेंदों में रिकॉर्ड तोड़ 105 रन बनाए, जो महिला वनडे में भारत के खिलाफ सबसे तेज़ शतक था, और वनडे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक छक्कों के मेग लैनिंग के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। जॉर्जिया वोल का पहला शतक और ऑस्ट्रेलिया का सर्वोच्च वनडे स्कोर 371/8 ने उनके प्रभुत्व को उजागर किया
indw vs ausw
दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया महिलाओं के खिलाफ तीसरे वनडे में, स्मृति मंधाना ने 109 गेंदों पर शानदार 105 रन बनाए, जिससे वह मैच में भारत के लिए शीर्ष स्कोरर बन गईं। इस प्रदर्शन ने उन्हें इस श्रृंखला में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ने की अनुमति दी। मंधाना के शतक में 12 चौके शामिल थे और उन्होंने मध्यक्रम के ढहने के बावजूद भारतीय पारी को संभाला। दुर्भाग्य से, वह अपना शतक पूरा करने के तुरंत बाद एशले गार्डनर की गेंद पर आउट हो गईं। यह शतक महिला वनडे में मंधाना का आठवां शतक था, जिसने इस प्रारूप में किसी भारतीय द्वारा सर्वाधिक शतकों के मिताली राज के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया महिला (AUS-W) और भारत महिला (IND-W) के बीच एकदिवसीय श्रृंखला में, एनाबेल सदरलैंड ऑस्ट्रेलिया के लिए असाधारण गेंदबाज थीं, जिन्होंने तीसरे वनडे में 4/40 के आंकड़े के साथ मैच विजेता प्रदर्शन किया। भारत के स्कोरिंग को सीमित करने और ऑस्ट्रेलिया के लिए 83 रनों की व्यापक जीत सुनिश्चित करने में उनका योगदान महत्वपूर्ण था।
एनाबेल सदरलैंड का नाम “मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी” और “श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी” के रूप में दिया गया है, जो यह दिखाता है कि उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
टेक्स्ट में उल्लेख है कि मैकग्राथ ने ट्रॉफी लेकर अपनी टीम के साथियों के पास जाकर कैमरे के सामने पोज़ दिया। ऑस्ट्रेलिया की टीम को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में गहराई और प्रतिभा के लिए सराहा गया है।
भारत की फील्डिंग कमजोर रही, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले भारत का प्रदर्शन थोड़ा कमतर आंका गया।

ताहलिया मैकग्राथ के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम का सामूहिक प्रदर्शन इस सीरीज में शानदार रहा। उन्होंने टीम की गहराई और सहयोग की सराहना की, खासकर इस बात को लेकर कि हर मैच में कोई न कोई खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करता रहा।
मुख्य बिंदु:
- एनाबेल सदरलैंड और ऐश गार्डनर के योगदान को सराहा, जिन्होंने बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया।
- टीम के प्रदर्शन का मुख्य आकर्षण उनकी बल्लेबाजी थी, खासकर दूसरे गेम में, जहां शीर्ष चार खिलाड़ियों ने बड़ा योगदान दिया।
- गेंदबाजी में कुछ सुधार की गुंजाइश है, खासकर आक्रामक योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने में।
यह बयान टीम की एकता और निरंतर सुधार की भावना को दर्शाता है, जो उन्हें एक मजबूत प्रतिस्पर्धी टीम बनाता है।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के इस बयान से यह साफ है कि टीम को इस सीरीज से काफी सीखने को मिला। उन्होंने अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए यह भी स्वीकार किया कि कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है।
मुख्य बिंदु:
- अरुंधति की गेंदबाजी को खासतौर पर सराहा गया, जो भारत के लिए इस सीरीज में एक सकारात्मक पहलू रहा।
- स्मृति मंधाना की पारी को भी शानदार बताया, जो भारतीय बल्लेबाजी क्रम की प्रमुख ताकत है।
- पूरे दौरे के विश्लेषण और गलतियों को सुधारने पर ध्यान दिया जाएगा।
- भारतीय टीम की स्थिरता (Consistency) को एक बड़ी चुनौती के रूप में स्वीकार किया गया।
हरमनप्रीत के बयान से यह जाहिर है कि टीम में आत्मविश्लेषण और सुधार की प्रक्रिया जारी है। यह सकारात्मक मानसिकता भविष्य में टीम को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद कर सकती है।